भोंपूराम खबरी। इजरायल पर हमास के हमले (Israel Hamas Attack) के बाद आतंकवाद का महिमामंडन करने पर फ्रांस के वामपंथी दल की मुश्किलें बढ़ गई हैं. न्यू एंटी-कैपिटलिस्ट पार्टी की आतंकवाद पर उसके बयान के लिए जांच की जा रही है.यह जानकारी फ्रांस के आंतरिक मंत्री गेराल्ड डर्मैनिन ने मंगलवार को दी. डर्मेनिन ने एक टीवी शो में बताया कि वामपंथी दल द्वारा फिलिस्तीन को समर्थन किए जाने और उनके विरोध के तरीके को सपोर्ट करने की पुष्टि के बाद अभियोजकों ने मामले को पुलिस को सौंप दिया. पार्टी का बयान “इंतिफ़ादा” शब्द के साथ खत्म हुआ, जिसका मतलब विद्रोह है.
विरोध को लेकर अदालत में सौंपी रिपोर्ट्स’
एनपीए ने कहा कि इजरायली रणनीति में, कभी ना खत्म होने वाले दोहराव वाले चक्र में एक्टिविस्ट और कब्जे वाले विरोधियों की नई पीढ़ियों को शारीरिक और नियमित रूप से नष्ट करना शामिल है. वामपंथी पार्टी का जिक्र करते हुए गेराल्ड डर्मैनिन ने कहा कि उन्होंने इसी तरह की घटनाओं के बारे में अदालतों को कई रिपोर्ट सौंपी हैं. वहीं पीएम एलिजाबेथ बोर्न ने इस बात पर जोर दिया कि फ्रांस में किसी भी यहूदी विरोधी कृत्य या टिप्पणी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
वहीं पेरिस पुलिस प्रमुख लॉरेंट नुनेज़ ने बताया कि गुरुवार को पेरिस में फिलिस्तीन के समर्थन में होने वाले दो प्रदर्शनों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. सार्वजनिक व्यवस्था में खलल डालने के जोखिम को देखते हुए इस पर प्रतिबंध लगाया गया है. पीएम बोर्न ने उन सभी लोगों से दृढ़ता का वादा किया जो इस संघर्ष को यहूदी-विरोध के बाहने के रूप में इस्तेमाल करेंगे.
फ्रांस में करीब 50 यहूदी विरोधी कृत्य दर्ज
यहूदी समुदाय को संबोधित करते हुए पीएम बोर्न ने कहा कि फ्रांस की सरकार उनके साथ है. यहूदी समुदाय पर हमला पूरे गणतंत्र पर हमला करने जैसा है. वहीं आंतरिक मंत्री डर्मैनिन ने कहा कि शनिवार को इजरायल पर किए गए हमास के हमले के बाद से फ्रांस में करीब 50 यहूदी विरोधी कृत्य दर्ज किए गए हैं, जिनमें से कुछ बेहत गंभीर हैं. आंतरिक मंत्री ने कहा कि लोग सभास्थलों के सामने जा रहे हैं, उनमें से बहुत से लोग धमकियां दे रहे हैं. पिछले दो दिनों में 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. ड्रोन कैमरों के साथ स्कूल प्रांगणों में उड़ रहे हैं. साथ ही नारे, टैग, धमकी भरे पत्र भी देखे जा रहे हैं. पुलिस ने 48 घंटों में 1,000 यहूदी-विरोधी रिपोर्ट दर्ज की थीं.
हालांकि मंगलवार को फ़्रांस ने यह भी कहा कि वह फ़िलिस्तीनियों को सीधे फायदा पहुंचाने वाली सहायता को निलंबित करने का विरोध करता है. यूरोपीय संघ ने कहा कि वह इज़राइल पर हमास के हमले के बाद सहायता पहुंचाए जाने के विकास की समीक्षा कर रहा है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि फ्रांस उस सहायता को निलंबित करने के पक्ष में नहीं है जो सीधे फिलिस्तीनी आबादी को लाभ पहुंचाती है. उन्होंने ईयू आयोग को इस बारे में बता दिया है.
फ्रांस फिलिस्तीन की पहले भी कर चुका है मदद
पिछले साल फ्रांस ने हमास के नियंत्रण वाले गाजा, पूर्वी यरुशलम पर कब्ज़ा फिलिस्तीनी अथॉरिटी द्वारा संचालित वेस्ट बैंक और पड़ोसी देशों में शरणार्थी शिविरों में फिलिस्तीनियों की मदद के लिए 95 मिलियन यूरो ($ 101 मिलियन) दिए थे. मंत्रालय के मुकाबिक यह मदद पानी, स्वास्थ्य, खाद्य सुरक्षा और शिक्षा में फिलिस्तीनी आबादी के समर्थन के लिए दी गई थी. बता दें कि एक दिन पहले फ्रांस में यहूदी समुदाय के प्रतिनिधियों और सुरक्षा सेवाओं के साथ एक बैठक के बाद, डर्मैनिन ने चेतावनी दी थी कि आतंकवाद का महिमामंडन करने के दोषी किसी भी संगठन के खिलाफ एक्शन लेने वाले कानून के उपयोग का अधिकार उनके पास है.