
भोंपूराम खबरी। ये साल दुर्लभ खगोलीय घटनाओं के लिए जाना जाएगा। खगोलीय घटनाओं के लिए जनवरी और फरवरी साल में खास रहेंगे। उत्तराखंड के नैनीताल स्थित आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (ऐरीज) के खगोल वैज्ञानिकों के मुताबिक जनवरी और फरवरी में आसमान कई तरह की खगोलीय घटनाओं का साक्षी बनेगा। छह ग्रहों का एक साथ दिखना बेहद खास रहेगा। वैज्ञानिकों के मुताबिक अंतरिक्ष में सब गतिशील रहता है। सब ग्रह आपस में एक निश्चित दूरी पर घूमते रहते हैं। हर ग्रह की अपनी कक्षा होती है और वह उसी में चक्कर लगाता रहता है। ऐसे में कभी एक समय ऐसा भी आता है, जब कई ग्रह चक्कर लगाते-लगाते एक-दूसरे के काफी करीब पहुंच जाते हैं। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या यानी 25 जनवरी को बृहस्पति, शनि, शुक्र, मंगल, यूरेनस और नेपच्यून ग्रह आसमान में एक साथ देखे जा सकेंगे। एरीज के वैज्ञानिक डॉ. वीरेंद्र यादव के मुताबिक इस तरह की घटना साल 2022 जून-जुलाई में अंतिम बार देखी गई थी।

आसमान में चमक बिखेरेंगे ग्रह
एरीज के वैज्ञानिकों के मुताबिक आजकल भी आसमान में इनमें से कुछ ग्रह शाम होते ही दिखाई दे रहे हैं। 25 जनवरी को ये सभी छह ग्रह अन्य दिनों के मुकाबले और अधिक स्पष्ट दिखेंगे। फरवरी माह में भी कई दिनों तक कुछ ग्रह एक साथ देखने को मिलेंगे। हालांकि, इनमें से केवल चार ग्रहों को ही लोग नग्न आंखों से देख सकेंगे। शेष दो ग्रहों यूरेनस और नेपच्यून को देखने के लिए दूरबीन की जरूरत पड़ेगी। यह दुर्लभ खगोलीय घटना ‘ग्रहों की परेड’ नाम से भी जानी जाती है।